आप के शहर में बढ़ते अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस अधिकारी को पत्र कैसे लिखें (Badhte Apradh Ke Liye Patra Kaise Likhe): आज इस विषय को आपके सामने रख कुछ विशेष बातों पर आपका ध्यान लें जाना चाहते हैं तथा इस समस्या से निजात पाने के लिए किस प्रकार से औपचारिक तरीके से इसके समाधान के लिए पुलिस अधिकारियों को पत्र कैसे लिखें!
अपराध इस शब्द से हम सभी भलीं भाँति अवगत हैं। और बहुत सारे व्यक्ती इस समस्या से गुज़र चुके हैं। किसी एक तरह का अपराध हमारे आसपास घटित नहीं होता ब्लकि बहुत रूपों मे होता है जैसे कि फोन चोरी होना,आभूषणों (Jewelleries) की खिंचा तानी, औरतों के साथ दुव्र्यवहार, जुआ खेलना आदि अपराध आज आम हैं सड़कों पर राह चलते एक ना एक ऐसी घटना हमे देखने को जरूर मिलती है।
सड़क किनारे लड़की से दुर्व्यवहार होने पर पुलिस अधिकारी को शिकायत पत्र (Badhte Apradh Ke Liye Patra )
सेवा में,
श्रीमान पुलिस अधिकारी जी,
दिल्ली पुलिस,
नई दिल्ली-110092
विषय:- सड़क किनारे एक महिला से दुर्व्यवहार होने पर शिकायत पत्र।
महोदय,
इस शिकायत पत्र के जरिए मैं आपको य़ह बताना चाहती हूं कि कल शाम अपने दफ्तर से आते वक्त बस स्टैंड पर अपनी बस का इन्तेज़ार कर रही थी, बस स्टॉप का नाम शिवाजी पार्क मेट्रो स्टेशन था। उसी वक्त शाम के करीब 6:15 बजे वहाँ तीन लड़के आयें जो कि व्यावहारिक रूप से बातचीत करने मे और दिखने मे बहुत सही नहीं थे। उन्होंने मेरे बैग को एक बार हाथ लगाने की कोशिश की उसके बाद वह मौखिक रूप (verbally abuse) से गलत बातें गलत टिप्पणी भी कर रहें थे।
इस घटना से मैं दिमागी रूप से बहुत प्रभावित हुई हूँ। और अपने आप को इस क्षेत्र और इस पुरुष प्रधान समाज मे सुरक्षित महसूस नहीं करती।
आपसे आग्रह करती हूं कि इस समस्या पर विशेष ध्यान दें। जितनी जल्द हो सके इस पर एक्शन लें.
धन्यवाद।
भवदीय
रश्मि शर्मा (आपका नाम)
फोन छिन जाने पर पुलिस अधिकारियों को शिकायत पत्र (Badhte Apradh Ke Liye Patra )।
सेवा में,
श्रीमान पुलिस अधिकारी जी,
दिल्ली पुलिस,
नई दिल्ली-110092
विषय:- फोन छिन जाने पर पुलिस अधिकारियों को शिकायत पत्र।
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान आसपास बढ़ते फोन की चोरी की घटनाओं की ओर ले जाना चाहती हूं। कल सुबह बस से उतरते समय कुछ अज्ञात लोगों ने मेरा मोबाइल फोन मुझसे छीन लिया और भाग गए। ऐसी वारदात मेरे साथ पहली बार हुई परंतु ऐसी वारदातों के बारे मे मैने सुना बहुत है। जो कि सड़कों पर अब आम हो चुकी हैं।
एक ज़िम्मेदार नागरिक होने के कारण मेरा है फर्ज होता है कि मैं अपने आसपास ऐसी बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कुछ अनिवार्य कदम लूँ।
आशा है कि आप इस समस्या पर जल्द से जल्द कोई कदम उठाएंगे और इस समाज को ऐसे अपराधियों से मुक्त करेंगे। मैंने अपने मोबाइल फ़ोन से जुडी एवं सिम से जुडी सभी जानकारियाँ इस पत्र के साथ सम्मिलित कर दी हैं|
धन्यवाद।
भवदीय
शिवानी भंडारी|
बाज़ार लगाते समय कुछ गुंडे अवैध रूप से हफ्ता वसूली करते है,इसके खिलाफ पुलिस अधिकारी को शिकायत पत्र (Badhte Apradh Ke Liye Patra)|
सेवा में,
श्रीमान पुलिस अधिकारी जी,
दिल्ली पुलिस,
नई दिल्ली-110092
विषय:- अवैध रूप से हफ्ता वसूली करने पर पुलिस अधिकारी को शिकायत पत्र।
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपसे यह निवेदन करना चाहता हूँ कि हम मध्यम वर्गी परिवार है| छोटे-मोटे स्टाल्स लगा कर अपना भरण-पोषण करते हैं| और एक साधारण ज़िन्दगी गुज़र करते है| परन्तु पिछले कुछ हफ्तों से कुछ अज्ञात लोग हम सभी से कुछ पैसो की मांग कर रहे हैं| हमारे पूछे जाने पर के ये किस प्रकार का पैसा आप हम सभी से मांग रहे है? बहुत ही कठोरता से उन्होंने उत्तर दिया की ये पैसा हफ्ता वसूली का है|
यह हफ्ता वसूली वैध नहीं है जिसके कारण हमें आपको यह शिकायत पत्र लिखना पड़ रहा है| आशा करते हैं की आप हमारी इस समस्या का समाधान जल्दी ही करेंगे| और परेशान कर रहे इन अज्ञात लोगो को कठोर से कठोर दंड देंगे|
धन्यवाद।
भवदीय
इस समाज के जागरूक नागरिक
सत्या शर्मा|
शहर की लचीली होती कानून व्यवस्था के बारे में पुलिस अधिकारी को पत्र|
सेवा में,
श्री मान पुलिस अधिकारी जी,
दिल्ली पुलिस,
नई दिल्ली – 110025
विषय: शहर की लचीली होती कानून व्यवस्था के बारे में पुलिस अधिकारी को पत्र |
महोदय,
मै इस पत्र के जरिए आपका ध्यान शहर में ढीली पड़ती कानून व्यवस्था पर दिलाना चाहती हूँ| मेरे उत्तम नगर क्षेत्र में बढती गुंडा गर्दी हम सभी क्षेत्र के निवासियों के लिए बहुत ही कष्ट दायक हो रही है| ये सभी सड़कों के बीच खड़े रहकर आने- जाने वाले लोगो को अपशब्द बोलते रहते हैं|
तथा आने जाने वाली लड़कियों के साथ भी बहुत दुर्व्यवहार करते हैं| हम सभी निवासी और आने- जाने वाले राहगीर इन घटनाओं से निजी, व्यक्तिगत रूप से बहुत ही ज्यादा प्रभावित हैं| यह सभी गुंडे खुली सड़क पर शराब भी पिते हैं, जुए का खेल भी खेलते हैं| उनसे सड़क छोड़ने को या हटने के लिए कहते हैं तो वह आम जनता से मारपीट तक करते हैं| इसी कारण कोई भी उन सभी से कुछ नहीं कहता और ना ही इन घटनाओं के खिलाफ़ कोई कड़ा कदम उठाता है|
पुलिस प्रशासन को शिकायत करने की धमकी देने पर भी उनके चेहरे पर किसी प्रकार का डर नहीं दिखाई पड़ता| जैसे उनके अन्दर पुलिस का कोई डर है ही नही| किसी भी प्रकार के दंड से भी जैसे मानो उनको फर्क नहीं पड़ता|
अतः आपसे नम्र निवेदन है की इस डर इस इज्ज़त को समाज से कम या खत्म न होने दें और जल्द से जल्द इसका समाधान करें|
धन्यवाद
भवदीय
वर्षा नेगी|
- समाज में बढ़ रहे अपराधों की कोई सीमा नहीं है दिन प्रतिदिन हम न्यूज़, अख़बार, सोशल मिडिया पर देखते पढ़ते सुनते रहते हैं| अपने घरो से बाहर निकलने पर मन में एक डर सदैव ही बना रहता है की आज बाहर निकलते वक़्त हमारे साथ किसी प्रकार की घटना न घटित हो जाए|
- सरकार ने बहुत सारे हेल्प लाइन नंबर्स भी जारी किये हैं जिसके जरिए हम बहुत जल्दी मदद पा सकते है| और अपनी शिकायत भी फ्दर्ज करवा सकते हैं| महिलाओं से जुड़े सभी विशेष कदमो पर सरकार ख़ास ख्याल सकती है|
- हफ्ता वसूली जैसी समस्याओं पर भी सरकार की नज़र है इसके लिए भी वह कड़े कदम जरूर उठाएगी| वैध रूप से बाज़ार लगने के लिए सरकार ने विशेष स्थान भी दिए है|
निष्कर्ष:-
ऊपर दिए गए पत्रों के उदाहरण से हम आपकी समस्या/ चिंता को आसन बनाने में मदद करना चाहते हैं| इनके जरिए आप अपनी शिकायतें सही ढंग और सही स्थान पर पंहुचा सकते हैं| अपनी समस्या का जल्द से जल्द समाधान एवं न्याय पा सके| कानून व्यवस्था का सही से पालन सभी नागरिक कर पाए और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले|