अंतरजातीय विवाह योजना महाराष्ट्र (Intercaste Marriage Scheme Maharashtra 2022): इस विषय को आपके सामने रख हम इस समाज के एक बहुत ही विशेष मुद्दे पर आपका विशेष ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। आज हमारा युग बहुत ही आधुनिक हो चुका है परंतु फिर भी कुछ रूढ़ीवादी विचार आज भी हमारे सामाज मे साँस ले रहें हैं। हमारे देश मे अन्तरजातीय विवाह (Inter caste marriage) आज भी बहुत सी जगहों पर अपराध/गलत माना जाता है। ऐसे विवाह को बिल्कुल भी मान्यता नहीं दी जाती है।
ध्यान देने वाली बात तो य़ह है बहुत से लोगों को इसका सही अर्थ ही नहीं पता के आखिर ये Inter caste marriage होता क्या है? लोग इस नाम से भी नफरत सी करते हैं। पहले ज़माने मे लोग अपने आसपास के लोगों, रिश्तेदारों, समाज़ आदि के डर और उनके सामने हमारी इज्ज़त बरकरार रहे इसके डर से खुद याअपने बच्चों को किसी भी दूसरी जाति मे विवाह करने नहीं देते थे या ये कहें कि उन्हें अनुमति ही नहीं थी।
अन्तरजातीय विवाह योजना महाराष्ट्र (Intercaste Marriage Scheme Maharashtra)
महाराष्ट्र राज्य सरकार द्वारा य़ह योजना लाई गई। इसके अनुसार यदि कोई व्यक्ति अपनी जाती से अलग किसी और अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति लड़की या लड़के से विवाह करता या करती है तो महाराष्ट्र सरकार द्वारा उस इस योजना के अनुसार तीन (3) लाख रुपयों की आर्थिक सहायता प्राप्त करवाती है| इस योजना का लाभ केवल उन विवाहित जोड़े को मिल पाएगा जिन्होंने भी, हिन्दू विवाह अधिनियम 1955 और विशेष विवाह अधिनियम 1954 के तहत अपने विवाह का पंजीकरण (Registration) करवाया होगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इस अन्तरजातीय विवाह योजना का लाभ वह नहीं ले पायेंगे। इसीलिए हम आपको सलाह देंगे की आप अपना पंजीकरण जरूर करवाये। महाराष्ट्र सरकार ने य़ह योजना इस बात को ख्याल मे रख कर बनाई है की, किसी भी तरह की आर्थिक संकट के कारण किसी भी गरीब जरूरत मंद कि शादी मे किसी प्रकार की रुकावट ना आए। इस योजना की शुरुआत मे इसकी सहायता राशि केवल 50,000 रुपये ही थी। परंतु महाराष्ट्र सरकार के नए आदेशों के चलते इसे बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी गई है। और य़ह स्वभाविक रूप से बिल्कुल सही निर्णय है, समय के साथ – साथ सभी जरूरत मंद चीजों के दाम भी तो बढ़ते जा रहे हैं।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा यह कदम उठाने के पीछे का उद्देश्य|
इस योजना को जारी करने के पीछे महाराष्ट्र सरकार का उद्देश्य जाती भेदभाव को मिटाना है| और अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करना है| पिछड़े वर्ग की जातियों को शादी विवाह में किसी प्रकार की कोई समस्या न उत्पन्न हो आर्थिक रूप से उनकी मदद कर वे उन्हें लाभ पंहुचाना चाहते हैं| इससे लोगो में अंतरजातीय विवाह के प्रति जागरूकता समाज में बढ़ेगी| लोग ऐसे विवाहों को सही नज़रिये से देखने की कोशिश करेंगे और इसमें काफी हद तक सफलता भी प्राप्त हुई है|
इस अंतरजातीय विवाह योजना महाराष्ट्र (Intercaste Marriage Scheme Maharashtra) का लाभ पाने के लिए क्या-क्या पात्रता होनी आवश्यक है?
- जो स्थाई रूप से महाराष्ट्र राज्य के निवासी होंगे वे ही इस योजना का लाभ उठा पायेंगे|
- इस योजना का लाभ केवल उन्ही व्यक्तियों को इल पायेगा जो किसी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के युवक और युवती से विवाह करता है|
- जोड़े में से किसी एक का लड़का या लड़की का पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का होना अनिवार्य है|
- नए विवाहित जोड़े को इस योजना का लाभ मिले इसके लिए उन्हें कोर्ट मैरिज करना आवश्यक है|
इस योजना कालाभ किस आयु के युवक-युवती को मिलेगा?
- लड़के की उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए या इससे अधिक|
- लड़की की उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए इससे कम आयु की लड़की की शादी करना अपराध है|
इस दी गई आयु सीमा से कम आयु में शादी करवाना कानूनी जुर्म है|
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन किस प्रकार करें?
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्ति को सर्वप्रथम इस योजना की official website पर जाना होगा|
- इस website पर जाने के बाद आपको वहां उस पेज पर अंतरजातीय विवाह योजना का विकल्प दिखाई पड़ेगा आप उस पर जाएँ|
- इस विकल्प का चुनाव करने के बाद आवेदन फॉर्म खुल जाएगा आपकी स्क्रीन पर
- आवेदन फॉर्म में पूछी गई जानकारियाँ सही रूप में सही तरीके से पूछे गए स्थान अपर भर दें| पूछी गई जानकारी कुछ इस प्रकार होंगी:- नव विवाहित जोड़े का आधार नंबर, शादी की तारीख, नाम, शादी का कार्ड आदि जैसे दस्तावेज|
- ये सभी जानकारियाँ भरने के बाद आप अपने आवेदन फॉर्म को सबमिट कर दें|
- इन सभी चरणों को ध्यान में रख और भर कर आप इस योजना का लाभ उठाने के लिए सफलतपूर्वक पंजीकृत हो चुके हैं|
इस योजना की पात्रता को पूरा करने के लिए आपको किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी?
- आधार कार्ड संख्या|
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र|
- जाति प्रमाण पत्र|
- कोर्ट मैरिज सर्टिफिकेट|
- विवाहित जोड़ो की पासपोर्ट साइज़ फोटो|
- बैंक खाता संख्या|
- मोबाइल दस्तावेज आदि कुछ मुख्य दस्तावेज/जानकारियां|
महराष्ट्र सरकार की इस योजना का मुख्य विशेषताएं|
- अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करना|
- इस योजना के द्वारा अंतरजातीय विवाह के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाना|
- पिछड़े वर्ग को शादी विवाह जैसे विशेष अवसरों में आर्थिक सहायता देना|
- युवाओं को व्यक्तिगत रूप से सक्षम बनाना|
इस योजना से समाज और लाभ मिलने वाले लाभार्तियों को किस प्रकार से लाभ होगा?
- इस योजना से समाज में सभी जातियों में एक समानता आयेगी|
- किसी भी गरीब पिछड़े वर्ग को शादी ब्याह जैसे मामलों में किसी भी रिश्तेदार,जमींदार आदि से पैसा क़र्ज़ नहीं लेने की जरुरत होगी|
- इस योजना की सहायता राशि का 50,000 रूपए का हिस्सा राज्य सरकार और बचे 2.50 लाख रूपए का हिस्सा डॉक्टर. अम्बेडकर फाउंडेशन के द्वारा होता है| कुल मिलाकर ये सहायता राशि 3 लाख रूपये की होती है|
- इस योजना द्वारा प्राप्त राशि सीधा आपके बैंक खाते में आती है|
- इस सहायता से पिछड़े वर्ग या अनुसूचित जाति, जनजाति का आर्थिक पक्ष मजबूत हो जाता है|
- इस महाराष्ट्र सुमंगला योजना को लागू करने से जातिगत भेद भाव और सभी धर्मों के प्रति समानता का भाव आएगा|
- इस योजना से सलाना आय सीमा को भी हटा दिया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना का लाभ प्राप्त कर सके|
नोट:- हमारे देश में सबसे अधिक अंतरजातीय शादी विवाह मिज़ोरम में होते हैं| National council of applied economic research अथार्थ (NCAER) का एक सर्वे हमें यह बताता है|
मिज़ोरम में अंतरजातीय विवाह का प्रतिशत 55% है|
- NCAER के तहत हमारे देश में 95% विवाह समान जातियों में होते हैं|
- यह योजना झारखंड सरकार, मध्यप्रदेश सरकार, आदि राज्यों में भी हैं|
निष्कर्ष:-
बहुत बार व्यक्तियों को अंतरजातीय विवाह करने के लिए अपने माता-पिता बड़े-बुजुर्गो का रिश्तेदारों का, दोस्तों के खिलाफ़ उनका सामना भी करना पड़ता है| क्यूंकि वे इस अंतरजातीय विवाह से सहमत नहीं है| कई बार इसके चलते जोड़ो को हिंसा का शिकार भी होना पड़ जाता है| और मौत जैसी घटनाएं भी घटित हो जाती है|
इस लेख द्वारा हम चाहते है की अंतरजातीय विवाह को का समर्थन करें उसके बारे में जानकारी के लिए हमारे लेख को पूरा पढ़े| आगे लोगो तक भी इसके बारे में जागरूकता फैलाएं| Inter caste marriage के नाम पर हो रही हत्याओं पर रोक लगे| सभी को अपनी पसंद-नापसंद से जीवन साथी चुनने का अधिकार है| हमें इसकी इज्ज़त रखते हुए इसके बारे में पढने समझने की जरुरत है|