वाक्य (Vakya) क्या है?
दो या दो से ज्यादा शब्दों के व्यवस्थित समूह को ही वाक्य (vakya) कहते हैं| वाक्य में शब्दों को पूर्ण अर्थ देने तथा उसे सही ढंग से समझाने की पूरी ताक़त रखती है| वाक्यों द्वारा ही समझ पाते हैं की सामने वाला हमें क्या तथा किस भाव से कहना चाहता है| व्याकरण में वाक्यों का एक बहुत महत्वपूर्ण रोल है|
जिन शब्दों के समूह से व्यक्ति को दुसरे व्यक्ति की बात समझ आए वह “वाक्य” कहलातें हैं| एक वयक्ति की बात सरलता से दूसरा व्यक्ति वाक्यों द्वारा ही समझ पाता है| इसीलिए हमारी निजी ज़िन्दगी में भी यह एक एहम स्थान रखता है|
उदाहरण:-
- मैंने राम को किताबें दीं हैं|
- राधा सुनो आज बादल बहुत काले हैं न?
- रामायण एक बड़ा ग्रन्थ है|
- आप सुबह छह बजे उठ जाना|
- मेरा घर उनके घर के नज़दीक है|
वाक्य (Vakya) के जरूरी अंग
- उद्देश्य
- विधेय
यह दोनों वाक्य (vakya) के अनिवार्य अंग है|
1. उद्देश्य :- वाक्यों में जिसके बारे में कहा जा रहा हो या जिसके विषय में बात की जा रही हो उसे बताने वाले शब्दों को ‘उद्देश्य’ कहते हैं| उदाहरण:-
– वह एक लड़का है|
– मैना सो रही है|
– सोहन बहुत लड़ता है|
2. विधेय :- वाक्यों में उद्देश्य के बारे में जो कुव्ह बताया जा रहा हो सूचित करने वाले शब्दों को विधेय कहते है|
– वह एक लड़का है|
– मैना सो रही है|
– सोहन बहुत लड़ता है|
वाक्य (Vakya) के कितने भेद होते हैं?
वाक्यों के मुख्य रूप से दो भेद होते हैं|
- रचना के आधार पर वाक्य भेद|
- अर्थ के आधार पर वाक्य भेद|
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रचना के आधार पर वाक्य (vakya) भेद|
रचना के आधार पर वाक्य तीन तरह के होते हैं:-
- सरल वाक्य
- मिश्र वाक्य
- संयुक्त वाक्य
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सरल वाक्य [Simple sentences]
जिन वाक्यों में एक ही क्रिया होती है और कर्ता भी होता है, उसे ही ‘सरल वाक्य’ और ‘साधारण वाक्य’ कहते हैं| इसके अन्दर एक ‘उद्देश्य’ तथा एक ‘विधेय’ होता है|
जैसे की:-
- बच्चा रोता है|
- मै सेब खाता हूँ|
- वह मेरे घर रहता है|
- सोहम खेलता है|
- राजा राम ने रावण को मारा|
मिश्र वाक्य [Complex sentences]
जिन वाक्यों में एक मुख्य या स्वतंत्र उपवाक्य (Independent clause) हो तथा एक या एक से ज्यादा गौण या आश्रित उपवाक्य (Subordinate clause) हो, उसे ‘मिश्रित वाक्य’ कहते हैं| अन्य शब्दों में कहें तो, जिन वाक्यों में मुख्य उद्देश्य और मुख्य विधेय (Main predicate) के अलावा एक या अधिक समापिक क्रियाएं (Finite verb) होती हैं, उसे ही मिश्र वाक्य कहते हैं| ‘मिश्र वाक्य’ को ‘जटिल वाक्य’ भी कहते हैं| मिश्र वाक्यों के उपवाक्य हैं :- ऐसा-वैसा, जो- वह, तब-जब, यदि, क्यूंकि आदि शब्द व्यधिकरण योजको (Interference connector) से जुड़े होते हैं| उदाहरण:-
- क्यूंकि मेरी चाय ठंडी हो चुकी थी,मैंने उसे दोबारा गरम कर लिया|
- वह बहुत धनी है,पर फिर भी वह खुश नही है|
- जब भीतेल के दाम बढ़ते हैं, ग्राहक उसे खरीदना कम कर देतें हैं|
- यदि आप बाहर जाते हैं तो, स्वेटर पहन लेना|
- वह जब छोटी थी, तब कहानियों में विशवास करती थी|
संयुक्त वाक्य [Compound sentences]
जिन वाक्यों में दो या दो से अधिक मुख्य वाक्य हो, उसे ही ‘संयुक्त वाक्य’ कहते हैं| इसका मतलब यह है की जिन वाक्यों में दो या उससे अधिक सरल वाक्य या मिश्र वाक्य अव्ययों द्वारा संयुक्त हो वे ही संयुक्त वाक्य कहलाते हैं|
संयुक्त वाक्य को ‘यौगिक वाक्य’ भी कहते हैं| संयुक्त वाक्यों में दो या दो से अधिक सरल वाक्यों को तथा, एवं, इसलिए, तो, किन्तु, परन्तु, पर, फिर भी, नहीं तो, आदि जैसे जोड़ने वाले शब्दों की सहायता से जोड़ा जाता है| उदाहरण:-
- मै अपना वजन कम करना चाहती हूँ, फिर भी मै बाहर की चीजें खाती रहती हूँ|
- वह बहुत बड़ी हस्ती है, फिर भी वह बहुत दयावान है|
- मेरे घर का दूध ख़त्म हो गया था,तो मै दूध लेने दूकान गई|
- उसने उस व्यक्ति से अंग्रेजी में बात की परन्तु उसने उसे हिंदी में जवाब दिया|
- मैंने कल अपने बहुत ही पुराने मित्र को देखा, पर उसने मुझे नहीं देखा/पहचाना|
- राम कल परीक्षा के लिए दिल्ली जाएगा और मोहन आज जाएगा|
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अर्थ के आधार पर वाक्य (Vakya) भेद|
अर्थ के आधार पर वाक्य (vakya) भेद आठ 8 होते हैं:-
- विधिवाचक वाक्य| (Legislative sentences)
- विस्मयबोधक वाक्य| (Exclamatory sentences)
- आज्ञावाचक वाक्य| (Imperative sentences)
- निषेदवाचक वाक्य| (Prohibited sentences)
- संकेतवाचक वाक्य| (Indicative sentences)
- प्रश्नवाचक वाक्य| (Interrogative sentences)
- इच्छावाचक वाक्य| (Optative sentences)
- संदेहवाचक वाक्य| (Doubtfull sentences)
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विधिवाचक वाक्य [Legislative sentences]
जिन वाक्यों से किसी भी बात के होने का बोध हो और वाक्य से जानकारी प्राप्त हो रही हो, वह विधिवाचक वाक्य कहलातें हैं| उदाहरण:-
- मोहन ने खाना खा लिया है|
- मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है|
- अयोध्या उत्तरप्रदेश में है|
- हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है|
- सुगंधा आज स्कूल नहीं गई|
2. विस्मयबोधक वाक्य [Exclamatory sentences]
ऐसे वाक्य जिनमे हमें आश्चर्य, सुख-दुःख, घृणा, बहुत ख़ुशी, शोक आदि भावों का बोध हो, ऐसे वाक्य विस्मयबोधक वाक्य कहलाते हैं| उदारहण:-
- यह शहर कितना सुन्दर है!
- कृपा! कर मेरी मदद करें|
- ओह| मै इतनी सुबह कैसे उठ गया|
- सुनो! यहाँ मदिरापान करना सख्त मना है|
- भगवान! मै यहाँ आकर स्वर्ग में आ गया|
- हाय! मुझे तो लूटेरों ने लूट लिया|
3. आज्ञावाचक वाक्य [Imperative sentences]
आज्ञावाचक वे वाक्य होते हैं जिनमे आदेश, किसी की अनुमति लेने, आज्ञा लेने जैसा की हमें इसके नाम ही मालुम पड़ता है| इन भावों का बोध कराने वाले वाक्यों को ही आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं| उदाहरण:-
- मेरे चले जाने के बाद कोई हल्ला नहीं करेगा|
- यह दवाई तुम्हे खानी ही होगी|
- कृपा कर इस वस्त को यहाँ से ले जाएँ|
- तुम एस माह अपने घर नहीं जा सकते हो
- क्या मै आपकी यह किताब पढ़ सकता हूँ?
4. निषेदवाचक वाक्य [Prohibited sentences]
किसी काम के न होने न करने से सम्बंधित वाक्य ही निषेदवाचक वाक्य कहलाते हैं| जैसा की हमे इसके नाम ही ज्ञात हो रहा है की निषेद (किसी कार्य को करने की मनाही)| उदाहरण:-
- मै वापस हॉस्टल नही जाउंगी|
- यहाँ धुम्रपान करना मना है|
- बारिश के कारण आज हम सब टी.वी नहीं देख पायेंगे|
- आज स्कूल का अवकाश नहीं है|
- मै आज तुम्हारे घर भोजन पर नहीं आ पाउंगी|
जैसा की हम देख सकते है की ऊपर दिए गये सभी वाक्यों में वो काम नहीं होने या करने का बोध हो रहा है| इसे ही निषेदवाचक वाक्य कहते हैं|
5. संकेतवाचक वाक्य [Indicative sentences]
जैसा की हमें इसके नाम से ही ज्ञात हो जाता है की जब हमें किसी वाक्य द्वारा किसी संकेत का पता चलता है या किसी संकेत का बोध होता है उसे ही संकेतवाचक वाक्य कहते हैं| इसमें एक कार्य का होना न होना किसी दुसरे कार्य के होने न होने पर निर्भर होता है| उदाहरण:-
- इस वर्ष यदि वर्षा हुई होती तो सभी किसान बहुत प्रसन्न हुए होते|
- मेरे पैसो की तंगी दूर हो जाती यदि मुझे कोई अच्छी नौकरी मिल जाती तो|
- सुबह देर से उठने की आदत को यदि तुम सुधार लेते तो तुम्हे रोज दफ्तर जाने में देरी नही होती|
- तुमने अपनी परीक्षा अच्छे से दी होती तो आज तुम फेल नहीं हुए होते|
- ऱोज रात समय पर सोने पर ही आप सुबह जल्दी उठ पायेंगे|
6. प्रश्नवाचक वाक्य [Interrogative sentences]
हमें इसके नाम से ही यह पता चलता है की यह वाक्य प्रश्नों से जुड़े हुए होंगे| जिन-जिन वाक्यों में कोई प्रश्न पूछा जाए, या कोई बात पूछी जाए उन्हें ही प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं|
इन वाक्यों द्वारा किसी भी वस्तु, स्थान, व्यक्ति के बारे में प्रश्न पूछ कर उसकी जानकारी ली जाती है| उदाहरण:-
- इस सुंदरी का क्या नाम है?
- तुम उच्च शिक्षा ग्रहण करने कहाँ जाओगी?
- इस समय वक़्त क्या हुआ है?
- तुम मेरे साथ खेल खेलना पसंद करोगी?
- शाहजहाँ ने ताजमहल किसकी याद में बनवाया था?
7. इच्छावाचक वाक्य [Optative sentences]
इच्छावाचक वाक्य उन वाक्यों को कहते हैं जिनसे व्यक्ति की किसी इच्छा, कामना, आकांशा आदि का बोध होता हो | वह वाक्य इच्छावाचक वाक्य कहलाते हैं| उदाहरण:-
- भगवान करे तुम अपना लक्ष्य जल्द प्राप्त कर लो|
- आज सुबह से मेरा कुछ मीठा खाने को मन कर रहा है|
- मै वहां नही जाना चाहती हूँ|
- जन्मदिन की शुभकामनाये|
- तुम्हे मक्के की रोटी नहीं पसंद|
8. संदेहवाचक वाक्य [Doubtfull sentences]
जिन वाक्यों में किसी भी प्रकार की संभावना और सदेंह (शंका) जैसे भाव का बोध होता हो, उन सभी वाक्यों को संदेहवाचक वाक्य कहते है। उदाहरण:-
- शायद आज वर्षा हो जाए|
- हो सकता है इस बार बिजली बिल न आए|
- लगता है पापा आज बहुत क्रोध (गुस्से) में हैं|
- शायद इस बार परीक्षा पत्र आसन आए|
- लगता है आज आप बहुत खुश हैं|