What is an Essay: आज हम इस विषय पर लेख लिख आपको यह बताएँगे की आप किस तरह से निबंध लिख सकते हैं? आपको निबंध लिखते समय किन बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए? हमारे इतिहास में कितने निबंधकार रह चुके हैं? कौन-कौन से मुख्य निबंध लेखको द्वारा लिखे जा चुके हैं? आदि निबंध से जुडी सभी जानकारियाँ इस लेख द्वारा हम आपसे साझा करेंगे|
निबंध को अंग्रेजी में ‘Essay’ कहते हैं| और निबंध स्कूल, कॉलेज आदि संस्थानो में भाषण दिए जाने के लिए भी लिखे जाते हैं|
निबंध किसे कहते हैं? | What is an Essay?
निबंध गद्य लिखने के अंतर्गत आता है| निबंध का अर्थ है, किसी विषय पर लेख लिख उसके बारे में उस लेख में विस्तार से जानकारी देना| निबंध का प्रयोग बड़े-बड़े भाषणों को देने के लिए किया जाता है| पुराने समय में निबंध का अर्थ आज के निबंध के अर्थ से बिल्कुल विपरीत था| क्यूंकि पहले निबंध केवल संस्कृत भाषा में ही लिखे जाते थे|
निबंध शब्द से ही हमें पता चलता है की एक रचना को अच्छे से बांधकर लिखना तथा प्रदर्शित करना| निबंध एक प्रकार की गद्य रचना होती है| जिसे लिखते समय कुछ विशेष बातों का भी ख्याल रखना जरूरी होता है|
इस विषय से जुडी सभी जानकारियों को सटीक ढंग से जानने के लिए कृपया कर इस लेख को पूरा जरूर पढ़िएगा|
निबंध के अंग क्या हैं? |What is the parts of Essay?
1. भूमिका – भूमिका में व्यक्ति को निबंध के विषय का परिचय देना होता है| उसे विस्तार से यह बताना होता है कि इस लेख में वह किन बिन्दुओं पर प्रकाश डालने वाला है|
2. विषय वस्तु – निबंध के इस भाग में व्यक्ति को निबंध के विषय से जुड़े सभी तथ्य, उसके उपयोग, विशेषताएं, नुकसान आदि बताने होते हैं|
साथ ही यदि निबंध किसी समस्या पर लिखा गया है तो उसके समाधान क्या हो सकते हैं| यह भी बताना होता है|
3. उपसंहार – उपसंहार भाग में हमे पूरे लेख का सार इसमें लिखना होता है|
निबंध का क्या स्वरूप है? | What is the nature of the Essay?
मुख्य रूप से निबंध के दो ही स्वरूप होते हैं, जिनके भी कुछ sub-points हैं|
1. विषयप्रधान (Objective)
– वर्णनात्मक निबंध (Descriptive Essay) : इस निबंध के अंतर्गत किसी त्यौहार, किसी प्राकृतिक दृश्य के बारे में बताया जाता है| उसके बारे में विस्तार से निबंध द्वारा बताना ही वर्णनात्मक निबंध कहलाता है|
– विवरणात्मक निबंध (Narrative Essay) : इस प्रकार के निबंध में किसी घटना के बारे में उल्लेख किया जाता है|
2. निजात्मक (Subjective)
– भावनात्मक निबंध (Emotional Essay) : भावनात्मक निबंध लिखते समय उसमे भाव यानी emotions के बारे में बताया जाता है| वह पढने वालों को अपने भावों द्वारा प्रभावित या आकर्षित करने का प्रयास करता है|
– विचारात्मक निबंध (Reflective Essay) : ऐसे निबंधों में विचारों की प्रधानता देखने को मिलती है| ऐसे निबन्धों में किसी भी समस्या पर तर्क (Arguement) किया जाता है|
– आत्मपरक निबंध (Personal Essay) : आत्मपरक निबंधों में आप किस भी व्यक्ति या समस्या को निजी रूप से बताते हैं, उसका समाधान कैसे किया जा सकता है यह भी बताते हैं|
हमारे हिंदी साहित्य में कौन-कौन से निबंधकार हैं? जिन्होंने हिंदी साहित्य में प्रख्यात निबंध लिखे हैं?
मुख्य रूप से पहले निबंध लिखने की शुरुआत भारतेंदु ने तथा उनके साथ काम कर रहे कुछ सहकर्मियों ने की थी| बहुत से लेखको ने अनेक प्रसिद्ध निबंध लिखें हैं| जिनकी चर्चा आज भी हमारे समाज में होती रहती है| तथा उसे पढने के लिए लोग बहुत रुचि भी रखते हैं|
लेख के इस बिंदु में हम आपको बताएँगे की कौन से लेखकों ने समाज में रहकर ऐसे निबंध लिखें हैं|
- भारतेंदु हरिश्चंद्र – सूर्योदय, नाटकों का इतिहास, ईश्वर बड़ा विलक्षण हैं आदि निबंध|
- महादेवी वर्मा – श्रृंखला की कड़ियाँ, संकल्पिता आदि निबंध|
- प्रतापनारायण मिश्र – प्रताप समीक्षा, निबंध नवनीत आदि|
- कुबेर नाथ रॉय – प्रिया नीलकंठी, निषाद बांसुरी, गंधमादन आदि|
- हजारीप्रसाद द्वेदी – अशोक के फूल, विष के दन्त, नाखून क्यूँ बढ़ते हैं?, कुटज आदि|
ऊपर हमने आपको कुछ ही निबंधकारों के बारे में बताया है| ऐसे अनेक और भी निबंधकार पुराने समय में हुए है| जिन्होंने बहुत ही अच्छे निबंध हमे लिखकर उपलब्ध किये हैं|
हिन्दी निबंध कैसे लिख सकते हैं? इसे लिखते समय ध्यान देने योग्य बातें कौन-कौन सी हैं?
मुख्य रूप से निबंध दो पन्नो तथा 500 से 1000 शब्दों का लिखा हुआ होना चाहिए|
हम आपको यहाँ बताएँगे की किस तरह से आप एक अच्छा और प्रभावी निबंध लिख सकते हैं| निचे दिए गए चरणों को ध्यानपूर्वक पढियेगा|
- निबंध लिखने में प्रयोग की जाने वाली भाषा चाहे वह हिंदी हो या अंग्रेजी सरल तथा साधारण होनी चाहिए|
- निबंध लिखते हुए अपने विचारों तथा अपनी बात को एक क्रमबद्ध तरीके से लिखना चाहिए|
- किसी भी बात को या विचार को बार-बार दोहराना नहीं चाहिए|
- किसी भी तरह की मात्राओं की गलतियां करने से हमेशा बचें|
- आवश्यक बातों और points को रेखांकित (Underline) भी जरूर करें|
- निबंध को खत्म करते समय उसका निष्कर्ष जरूर लिखें|
इस विषय पर पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न (FAQ’s) Frequently Asked Questions
1. निबन्ध की विशेषताएं क्या है?
उत्तर – निबंध द्वारा व्यक्ति अपने विचारों को एकत्र कर एक लेख में लिख सकता है| निबंध लिखते हुए आपको विराम चिन्हों को सही जगह पर लगाना होता है| अपनी भाषा को समान रखें| निबंध का विषय बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए|
2. निबंध में उपसंहार का क्या मतलब है?
उत्तर – उपसंहार का मतलब निष्कर्ष भी हो सकता है| इसका मतलब है अपने द्वारा लिखे गए लेख को कुछ बिन्दुओं में समेट यह बताना की इस पूरे लेख का सार क्या है| किस आधार तथा किस उद्देश्य से यह लिखा गया है|
3. निबंध को अलग-अलग पैराग्राफ्स में लिखना आवश्यक है?
उत्तर – हां! यदि आप निबंध को पैराग्राफ्स में बाँट कर लिखते हैं, जिससे आपके द्वारा कही जाने वाली बात पढने वाले व्यक्ति को आसानी से समझ आती है| तथा वह सरल ढंग से निबंध लेख को पढ़ भी सकता है|
निष्कर्ष (Conclusion)
इस लेख के जरिए हमने आपको निबंध सम्बन्धी सभी जानकारियाँ साझा कर दीं है| इसे पढ़ आपके निबंध विषय से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर आपको मिल जायेंगे| यह एक ऐसा विषय है जिसे सभी बहुत ही सरलता से समझ सकते हैं| पर कई बार इसके नियमों को अनदेखा कर निबंध लिखे जाते हैं| ऐसा नही करना चाहिए|
हम उम्मीद करते हैं की यह आपके लिए उपयोगी तथा सहायक रहा होगा| अपने प्रश्न तथा सुझाव आप हमे comment बॉक्स द्वारा साझा कर सकते हैं|
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